Tuesday, June 24, 2008

ट्रिंग-ट्रिंग, एक रिक्शा भेज दो

Dainik Jagran, 18th June, 2008 (Front Page), Ludhiana, Patiala, Bathinda Edition
अमृत सचदेवा
फाजिल्का : मोबाइल सेवाओं, बैंकों, रेलवे इत्यादि के कॉल सेंटरों के बाद अब यदि कोई आपसे कहे कि रिक्शा बुलाने के लिए कॉल सेंटर शुरू किया जा रहा है, तो बड़ा आश्चर्य होगा। शायद आप उसकी बात को पहले-पहल मानेंगे भी नहीं, लेकिन यह सच है। ग्लोबल वार्मिग कम करने के क्षेत्र में पहले ही नाम कमा चुका फिरोजपुर जिले का फाजिल्का शहर अब रिक्शा बुलाने के लिए कॉल सेंटर खोलने वाला देश का पहला शहर बनने जा रहा है। इस कॉल सेंटर से दुपहिया व चौपहिया वाहनों में ईधन की खपत से फैलने वाली ग्लोबल वार्मिग को कम करने में मदद मिलेगी। रिक्शा कॉल सेंटर की शुरुआत दो दिन बाद 20 जून से की जा रही है। ग्लोबल वार्मिग इस समय पूरे विश्व के लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है। दुनिया के हर देश द्वारा लाख प्रयासों के बावजूद ग्लोबल वार्मिग कम करने के प्रयास सफल नहीं हो पा रहे हैं। पर फाजिल्का की ग्रेजुएट वेलफेयर एसोसिएशन एक ऐसी संस्था है, जो सौ देशों की सदस्यता वाले चेक गणराज्य के कार फ्री नेटवर्क के साथ जुड़कर ग्लोबल वार्मिग कम करने में नित नया प्रयास कर रही है। पहले एसोसिएशन के सदस्यों के प्रयासों से शहर के उच्च व मध्यवर्गीय लोगों ने कार पर चलना छोड़कर व साइकिल अपनाकर ग्लोबल वार्मिग कम करने की दिशा में प्रभावी कदम उठाया था। नतीजतन व‌र्ल्ड कार फ्री नेटवर्क ने फाजिल्का को दुनिया का सबसे कम कारों के प्रयोग वाला शहर घोषित कर ग्लोबल वार्मिग कम करने में सहयोगी बताया था। अब एसोसिएशन के संरक्षक आईआईटी, रूढ़की के प्रो. भूपिंदर सिंह व युवा इंजीनियर नवदीप असीजा के प्रयासों से फाजिल्का में रिक्शा बुलाने के लिए पांच कॉल सेंटर शुरू किए जा रहे हैं। असीजा ने बताया कि फाजिल्का में करीब 500 लोग रिक्शा चलाते हैं, लेकिन हर घर में दुपहिया व चौपहिया वाहन की लालसा के चलते रिक्शा चालकों का काम बहुत कम हो गया है। शहर में किसी काम से निकलने वाले व्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा तीन किलोमीटर दूर जाना होता है। अब तक रिक्शा आसानी से और वाजिब किराए पर उपलब्ध न होने के चलते लोग दुपहिया वाहन या कार से कहीं आने-जाने में रोजाना 900 लीटर पेट्रोल खपा देते हैं। इस प्रकार पेट्रोल जलने से प्रतिदिन 14 हजार किलो शुद्ध हवा खराब होती है, जो ग्लोबल वार्मिग का कारण बनती है। असीजा के अनुसार, रिक्शा कॉल सर्विस 20 जून शाम छह बजे लांच होगी। फाजिल्का में रिक्शा सर्विस को इस तरह से तैयार किया गया है, जैसे दिल्ली में दो-दो मिनट बाद मेट्रो ट्रेन की सर्विस मिलती है। इसी तह फाजिल्का में एक कॉल करने पर दो मिनट के भीतर रिक्शा घर के बाहर तैयार खड़ा मिलेगा। यह सुविधा लागू करने के लिए फाजिल्का को पांच जोन उत्तरी, पूर्वी, दक्षिणी, पश्चिमी व मध्य में बांटा गया है। हर जोन पर एक फोन उपलब्ध करवाया गया है, जिसे अटेंड करने के बाद ऑपरेटर ज्यादा से ज्यादा आधा किलोमीटर दूर से रिक्शा बुलाने वाले के पास दो मिनट के भीतर रिक्शा भेज देगा। मोटे तौर पर हर 1500 घरों के लिए एक रिक्शा सेंटर उपलब्ध होगा। यह सुविधा मिलने से महिलाओं, खासकर बुजुर्गो को कहीं काम पर आने-जाने में एक लोकल कॉल पर सामान्य किराये पर रिक्शा उपलब्ध हो जाएगा। इस योजना में फाजिल्का रिक्शा यूनियन को साथ लिया गया है।

1 comment:

Navdeep Asija said...

http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=47&edition=2008-06-21&pageno=5#
एक काल पर घर पहुंचेगा रिक्शाजागरण संवाददाता, फाजिल्का : ग्लोबल वार्मिग कम करने की दिशा में व‌र्ल्ड कार फ्री नेटवर्क चेक गणराज्य से जुड़ी संस्था ग्रेजुएट वेलफेयर एसोसिएशन ने फाजिल्का रिक्शा यूनियन के सहयोग से शहर में लोकल कॉल पर रिक्शा उपलब्ध कराने के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का शुक्रवार को शुभारंभ कर दिया। प्रसिद्ध उद्योगपति सुरेंद्र आहूजा ने बस स्टैंड के सामने रिक्शा स्टैंड पर इसका उद्घाटन किया। रिक्शा स्टैंड पर एक लैंडलाइन फोन मुहैया कराया गया है, जहां टेलीफोन कर आसपास के 1500 परिवार एक लोकल काल पर रिक्शा मंगवा सकेंगे। ऐसी ही फोन सेवा अन्य चार रिक्शा स्टैंडों पर भी शुरू की गई है। यह एशिया की सबसे पहली रिक्शा काल सर्विस है जो फाजिल्का के नाम रही। एसोसिएशन के संरक्षक आईआईटी, रुड़की के सेवानिवृत्त प्रोफेसर भूपिंदर सिंह ने बताया कि इंजीनियर नवदीप असीजा के इस प्रोजेक्ट को फाजिल्का इको टेलीफोन रिक्शा सिस्टम नाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि छोटे-मोटे कामों के लिए मोटर वाहन का इस्तेमाल कर प्रतिदिन 900 लीटर पेट्रोल फूंककर व 14 हजार किलो हवा प्रदूषित करने से अच्छा है कि लोग रिक्शा का इस्तेमाल करें। इससे जहां वातावरण प्रदूषित होने से बचेगा, वहीं शहर के लगभग 500 गरीब रिक्शा चालकों का काम बढ़ेगा। रिक्शा लोगों को आसानी से मिले, इसके लिए ग्रेजुएट वेलफेयर एसोसिएशन ने मुलतानी चुंगी, संजीव सिनेमा चौक, वान बाजार, गौशाला रोड व बस स्टैंड वाले रिक्शा स्टैंड पर निजी कंपनी का एक-एक लैंडलाइन फोन लगाया गया है। एक व्यक्ति फोन सुनेगा। वह रिक्शा चालक को काल करने वाले के पते पर भेजेगा। इस योजना के शुरू होने की बधाई खुद वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने टेलीफोन पर दी। उन्होंने कहा कि सरकार इस प्रोजेक्ट को फाजिल्का व अन्य शहरों में चलाने के लिए प्रोत्साहन देगी। आज इको कैब सेवा शुरू करने के मौके पर इको कैब आपरेटर को स्मार्ट आईडी कार्ड जारी किए गए। सभी स्टैंडों पर फोन आपरेट करने वाले रिक्शा चालकों को उनका कार्यभार व नए फोन सेट सौंपे गए।